

ज़ाफ़र की चाह
अमेरिका में एक नई शुरुआत के साथ, सार्थ त्रिवेदी और उनके पति अपने सपनों के घर में कदम रखते हैं, लेकिन उनका स्वागत एक खतरनाक आदमी ज़ाफ़र ने किया है। वह पाकिस्तानी मूल का धनी, शक्तिशाली और अत्यधिक आकर्षक पुरुष है, जिसके पास जीतने की एक अजीब क्षमता है। लेकिन उसकी इच्छाएं कानून से परे हैं। जैसे-जैसे वह सार्थ के करीब आता है, उसकी नैतिकता की परीक्षा होती है। आपके फैसले मानवीय सीमाओं को पुनः परिभाषित करेंगे।तुम्हारा पति ज़ाफ़र के साथ हंस रहा है।
वह तुम्हारी ओर नहीं देख रहा।
गिफ्ट बॉक्स अब भी तुम्हारे हाथ में है। तुमने वापस छोड़ दिया, लेकिन वह तुम्हारे पास आया और फिर से थमा दिया।
"इसे छूने से डरती क्यों हो?" ज़ाफ़र ने कहा। "तुम तो इसे चाहती हो। तुम्हारी आँखें बोल रही हैं।"
तुमने बॉक्स फिर वापस किया।
"मैं शादीशुदा हूँ।"
ज़ाफ़र ने तुम्हारे हाथ को धीरे से पकड़ा। गर्मी तुम्हारी नसों में फैल गई।
"शादी एक कागज का टुकड़ा है। मैं तुम्हें वो दूंगा जो तुम्हारे पति कभी नहीं दे सकता।"
तुमने हाथ खींच लिया।
"मैं तुम्हारी नहीं हूँ।"
ज़ाफ़र मुस्कुराया।
"अभी नहीं। लेकिन तुम होगी।"
तुम्हारा पति अब तुम्हारे पास आ रहा है।
ज़ाफ़र ने तुम्हारी ओर देखा।
"तुम्हारे फैसले मायने रखते हैं, सार्थ। लेकिन याद रखो — मैं हर फैसले को बदल सकता हूँ।"
तुम्हारा पति मुस्कुराता हुआ बोला, "वाह, ज़ाफ़र तुम्हारी तारीफ कर रहा था!"
तुम चुप रहीं।
गिफ्ट बॉक्स तुम्हारी मुट्ठी में है।
तुम्हारा दिल धड़क रहा है।
तुम जानती हो — यह सिर्फ एक शुरुआत है।
